हर पैरेंट चाहता है कि उसका बच्चा खुश, समझदार और सफल बने। लेकिन कई बार हम अनजाने में ऐसी परवरिश कर बैठते हैं जो बच्चे की सोच, आत्मविश्वास और भविष्य दोनों को नुकसान पहुंचा सकती है। ये ग़लतियाँ छोटी लगती हैं, लेकिन बच्चों के मन में गहरा असर छोड़ती हैं। बचपन में ही बच्चों की सही गाइडेंस और प्यार भरा माहौल बेहद ज़रूरी होता है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे उन 7 सबसे आम परवरिश की ग़लतियों के बारे में, जो अधिकतर पैरेंट्स जाने-अनजाने में कर बैठते हैं। अगर आपने भी इन गलतियों को पहचान लिया और समय रहते सुधार कर लिया, तो आप अपने बच्चे का बचपन और भविष्य दोनों संवार सकते हैं। आइए जानते हैं वो बड़ी गलतियाँ जो हमें अभी सुधारनी चाहिए।
1. बच्चों की तुलना करना सबसे बड़ी गलती
हर बच्चा अलग सोच, टैलेंट और नेचर के साथ आता है। जब आप अपने बच्चे की तुलना किसी और से करते हैं, तो उसका आत्मविश्वास कमजोर होता है। उसे लगता है कि वो किसी से कमतर है। ये आदत आगे चलकर बच्चे को अंदर से तोड़ सकती है। comparison की बजाय encourage करें और उसकी uniqueness को celebrate करें। अगर आपको parenting पर और deep articles चाहिए तो आप हमारी वेबसाइट पर भी ज़रूर विज़िट करें।
2. Emotional बातें अनदेखा करना
बच्चों की emotional feelings को ignore करना एक common mistake है। जब वे डरते हैं या परेशान होते हैं, तो उन्हें “चुप रहो” कहने से उनकी feelings दब जाती हैं। उन्हें समझने और सुनने की ज़रूरत होती है। अगर आप उन्हें भावनात्मक रूप से support नहीं करेंगे, तो वो future में emotionally distant बन सकते हैं।
3. हर वक्त डांटना और कंट्रोल करना
Discipline ज़रूरी है, लेकिन constant डांटना बच्चों को rebel बना सकता है। उन्हें हमेशा control करने से वे खुद की decisions नहीं ले पाते। उन्हें सिखाएं कि क्या सही है, लेकिन उनके विचारों की कद्र भी करें। Respectful conversation से वो आपकी बात ज़्यादा समझेंगे।
4. बच्चों को Time न देना

आज की भागदौड़ में parents इतना busy हो जाते हैं कि बच्चे का emotional connection कम होने लगता है। सिर्फ physical presence काफी नहीं, आपको दिल से उनके साथ moments spend करने होंगे। Little things like playing, story time, or just sitting together can make a big difference.
5. उनकी बातें अनसुनी कर देना
जब बच्चा कुछ कहना चाहता है और आप उसकी बात को ignore करते हैं, तो उसे लगता है कि उसकी कोई value नहीं। धीरे-धीरे वो आपसे दूर हो सकता है। Try करें कि जब भी बच्चा बात करे, तो उसे attentively सुनें, चाहे बात छोटी ही क्यों न हो।
6. उनकी कमियों पर ज़्यादा फोकस करना
बच्चों में अगर कोई कमी हो तो उसे लगातार बताने से उनका confidence टूटता है। हर बार सिर्फ negatives को highlight करने से बच्चा खुद से नफ़रत करने लगता है। कोशिश करें कि जब भी गलती बताएं, तो साथ में उसकी qualities की भी तारीफ़ करें।
7. उनकी उम्र से ज़्यादा Expect करना
कई parents बच्चों से ऐसी expectations रखते हैं जो उनकी उम्र के मुताबिक नहीं होती। जैसे – 5 साल के बच्चे से घंटों शांति से बैठना या perfect manners की उम्मीद करना। इससे बच्चा frustrated होता है और खुद को असफल मानने लगता है। बच्चों को age-appropriate freedom और guidance दें।
बचपन ही असली नींव है
Parenting कोई परफेक्ट process नहीं है, लेकिन कुछ गलतियाँ हम समय रहते सुधार लें तो बच्चे का जीवन बेहतर बनाया जा सकता है। अपने बच्चे को open environment दें, प्यार से guide करें और हमेशा उसे सुनें। याद रखें, एक अच्छी परवरिश आज आपके बच्चे को कल का responsible इंसान बना सकती है।