गर्मी का मौसम आते ही बगीचे के पौधों की हालत खस्ता होने लगती है, और अगर बात शमी के पौधे की हो, तो उसका सूखना दिल दुखा देता है। इसकी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, शाखाएं सूख जाती हैं और पूरा पौधा बेजान नजर आने लगता है। लेकिन टेंशन लेने की जरूरत नहीं है! आज हम आपको एक ऐसा देसी नुस्खा बताने जा रहे हैं जो आपके किचन में ही मौजूद है और जिससे आपका शमी का पौधा दोबारा हरा-भरा और घना दिखेगा। सिर्फ एक कप इस जादुई घोल से आप गर्मियों की मार झेल रहे अपने प्यारे पौधे को फिर से नया जीवन दे सकते हैं। तो आइए जानते हैं क्या है ये घरेलू घोल, कैसे बनाएं और कब डालें ताकि आपका बगीचा हरियाली से भर जाए।
पत्तियां पीली क्यों पड़ने लगती हैं?
तेज गर्मी में शमी के पौधे को नहीं मिल पाता पूरा पोषण।
जब मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, तो पौधे की पत्तियां पीली हो जाती हैं और गिरने लगती हैं। पानी की अनियमितता और सूरज की सीधी किरणें पौधे को कमजोर बना देती हैं। इस समय पौधे को बाहरी केमिकल्स नहीं, बल्कि प्राकृतिक देखभाल की जरूरत होती है।
छाछ से मिलेगा पोषण और ठंडक
छाछ में होते हैं फॉस्फोरस, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे ज़रूरी तत्व।
एक कप छाछ को एक लीटर पानी में मिलाकर सीधे पौधे की जड़ में डालें। इससे पौधे की जड़ें मजबूत होती हैं और मिट्टी में नमी बनी रहती है। छाछ पौधे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है और गर्मी के असर को कम करता है।
हल्दी से मिलेगा फंगल से बचाव

हल्दी में होते हैं एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण जो पौधे को सुरक्षित रखते हैं।
पौधे की मिट्टी पर 1 चम्मच हल्दी पाउडर छिड़कें। यह न केवल फंगस को दूर रखेगा, बल्कि मिट्टी में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को भी खत्म करेगा। गर्मी में हल्दी का इस्तेमाल पौधे के लिए नेचुरल कवच का काम करता है।
केले के छिलके बढ़ाएंगे हरियाली
केले के सूखे छिलके मिट्टी में मिलाने से मिलेगा भरपूर पोटैशियम।
केले के छिलकों को सुखाकर पाउडर बना लें और 1-2 चम्मच पौधे की मिट्टी में मिला दें। इससे पत्तियों में हरा रंग बना रहेगा और नई कोंपलें तेजी से निकलेंगी। पोटैशियम पौधे की ग्रोथ को नेचुरल तरीके से बूस्ट करता है।
कैसे बनाएं और उपयोग करें घोल?
एक लीटर पानी + आधा कप छाछ + एक चम्मच हल्दी + केले के छिलके का पाउडर।
सभी को अच्छे से मिलाएं और इस घोल को हर 7 से 10 दिन में एक बार पौधे की जड़ में डालें। ध्यान रखें कि मिट्टी में पानी जमा न हो। इस घरेलू घोल से पौधा जल्दी ही फिर से हरा-भरा हो जाएगा।
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