अपराजिता का पौधा ना केवल एक सजावटी प्लांट है बल्कि इसे धार्मिक और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से भी बेहद खास माना जाता है। पर अफसोस, जब इसमें फूल नहीं आते या पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं, तो माली का दिल भी मुरझा जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो चिंता छोड़िए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसा देसी नुस्खा जो न केवल सस्ता है बल्कि बेहद असरदार भी है – जंग लगी कील से बना नेचुरल फर्टिलाइजर। इसे अपनाकर आप देखेंगे कैसे आपका अपराजिता का पौधा फूलों से भर जाएगा।
अपराजिता को चाहिए Strong पोषण सपोर्ट
अपराजिता को बड़ा और फूलों से भरा बनाने के लिए पोषक तत्व ज़रूरी हैं।
अक्सर देखा जाता है कि गमले या घर की मिट्टी में आयरन की कमी हो जाती है, जिससे पत्तियां पीली पड़ती हैं और फूलों की संख्या घट जाती है। जंग लगी कील में मौजूद आयरन पौधे को वही ताकत देता है जिसकी उसे ज़रूरत होती है। आयरन की मौजूदगी से पौधे में क्लोरोफिल का निर्माण तेज़ होता है जिससे पत्तियां और तना भी हरे और स्वस्थ बनते हैं।
जंग लगी कील से बनाएं Natural Fertilizer

बिलकुल आसान तरीका, कोई खर्च नहीं।
5–6 जंग लगी कीलें लें और इन्हें आधा लीटर पानी में 4 घंटे तक भिगो दें। इस पानी में धीरे-धीरे आयरन घुल जाएगा। फिर कीलों को निकाल लें और पानी में थोड़ा और मिलाकर अपराजिता के पौधे की जड़ में डालें। इस देसी फर्टिलाइज़र का असर कुछ ही दिनों में दिखेगा – पौधे में नई कोपलें, गहरी हरी पत्तियां और धीरे-धीरे फूलों की संख्या में बढ़ोतरी।
फूलों की संख्या में दिखेगा कमाल
फूलों की बौछार देख आपका मन खिल उठेगा।
इस आयरन रिच वॉटर से पौधे को जो पोषण मिलेगा, वो सीधे उसकी जड़ों से होकर हर शाखा और पत्ती तक पहुंचेगा। इससे पौधे की ग्रोथ डबल स्पीड से होगी और फूल भी ज्यादा और जल्दी खिलेंगे। कई माली बताते हैं कि इससे 2-3 की जगह 7-8 फूल तक आने लगे।
महीने में सिर्फ एक बार करें उपयोग
कम मात्रा में ज़्यादा असर – यही है देसी फॉर्मूला।
इस फर्टिलाइज़र को महीने में सिर्फ एक बार उपयोग करें। बहुत ज्यादा देने से नुकसान हो सकता है। पौधा इसे धीरे-धीरे सोखता है और आयरन की कमी को पूरा करता है। यही देसी तरीका पौधे को हराभरा बनाए रखने का सीक्रेट है।
आपके घर में ही मिल जाएगा ये उपाय
कोई खर्च नहीं, बस थोड़ी सी समझदारी चाहिए।
इस जंग लगी कील वाली ट्रिक से आप भी अपने अपराजिता को फूलों से लाद सकते हैं। न कोई महंगे फर्टिलाइज़र की ज़रूरत, न कोई केमिकल। बस अपनाइए ये देसी तरीका और देखिए कमाल। और ऐसे ही आसान और असरदार टिप्स के लिए एक बार ज़रूर देखें Home & गार्डन Tips – माली दिल से बनते हैं वहाँ।