Gardening Tips: घर में बचे हुए छाछ का ऐसा कर लें इस्तेमाल, सब्जियों की पैदावार हो जाएगी डबल

By RTM Hindi News

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क्या आप जानते हैं कि आपकी रसोई में बचा हुआ छाछ भी खेती के काम आ सकता है? जी हां, वही बासी सी छाछ जो अकसर फेंक दी जाती है, वो आपके सब्जियों के पौधों को सेहतमंद और उपजाऊ बना सकती है। आजकल जैविक खेती और नैचुरल गार्डनिंग का चलन है, और ऐसे में घरेलू उपायों की अहमियत और भी बढ़ जाती है। छाछ में लैक्टिक एसिड, मिनरल्स और प्रोबायोटिक्स होते हैं जो मिट्टी की सेहत को सुधारते हैं और पौधों की ग्रोथ को दोगुना कर सकते हैं।


अगर आप भी अपने गार्डन की सब्जियों को रसायनों से बचाना चाहते हैं और पैदावार बढ़ाना चाहते हैं, तो एक बार छाछ वाला ये देसी नुस्खा जरूर अपनाएं। आइए जानते हैं कैसे करें इसका सही इस्तेमाल और किन पौधों को मिलेगा इससे सबसे ज्यादा फायदा।

छाछ बढ़ाए मिट्टी की ताकत

Buttermilk boosts soil fertility naturally with minerals and microbes.

छाछ में मौजूद लैक्टिक एसिड और बायोफर्टिलाइजिंग बैक्टीरिया मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाते हैं। यह माइक्रोब्स मिट्टी के भीतर जैविक गतिविधियां तेज करते हैं, जिससे पौधों की जड़ों को अधिक पोषण मिलता है और उनकी ग्रोथ रफ्तार पकड़ती है।

कीटों से बचाव में छाछ बेहद असरदार

Protect plants from pests without harmful chemical sprays.

छाछ की हल्की अम्लीयता और उसमें मौजूद तत्व कीटों को दूर रखने का प्राकृतिक तरीका हैं। व्हाइटफ्लाइ, एफिड्स जैसे कीट पौधों से दूर भागते हैं। इससे पत्तियां हरी रहती हैं और उत्पादन में गिरावट नहीं आती।

कैसे करें छाछ का सही उपयोग?

Dilute buttermilk with water before applying to plants.

हर 5 लीटर पानी में 100ml छाछ मिलाकर पौधों की जड़ों में सप्ताह में एक बार डालें। छाछ कभी भी सीधे पौधों पर न डालें, इससे फंगस का खतरा हो सकता है। समय पर और संतुलित मात्रा में देना सबसे जरूरी है।

किन सब्जियों को होता है सबसे ज्यादा फायदा?

Tomato, brinjal, okra respond best to buttermilk feeding.

टमाटर, बैगन, भिंडी, मूली जैसे पौधे छाछ से जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं। इनकी ग्रोथ बेहतर होती है और फूल-फल समय पर आते हैं। पत्तियां ज्यादा गाढ़ी हरी होती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

जैविक गार्डनिंग में छाछ बना नया हीरो

Buttermilk is now a trending natural tool in organic gardening.

आजकल किसान और होम गार्डनर्स रसायनों से दूर होकर देसी उपायों की ओर लौट रहे हैं। यहां पढ़ें और Home & गार्डन Tips से जुड़ी और टिप्स। छाछ न सिर्फ मिट्टी को हेल्दी बनाता है, बल्कि लागत भी घटाता है।

अब बचा हुआ छाछ कभी बर्बाद नहीं होगा

Make the most of leftover buttermilk for greener gardens.

अब जब भी छाछ बच जाए, तो उसे फेंकिए मत! ये आपकी सब्जियों के लिए वरदान है। एक देसी नुस्खा, जो आपके गार्डन को बना सकता है जैविक खेती का सुपरस्टार।

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