ईद की रात शुरू हुई एक मोहब्बत की कहानी, जो जादू बनकर हर रूह को सुकून देने वाली दास्तान बन गई।

🌙 ईद की रात और दिल की हलचल
ईद का चाँद जैसे ही निकला, आसमान रोशनी से भर गया। मोहल्ले में रौनक थी, लेकिन जुनैद के दिल में अजीब सी बेचैनी थी। वो किसी का इंतज़ार कर रहा था — शायद अपनी तक़दीर का।
💫 पहली मुलाक़ात, चाँदनी के साए में
वो शाम कभी नहीं भूलती जब जुनैद पहली बार माहिरा से मिला था। ईद मिलन की भीड़ में, सफेद सलवार सूट और आँखों में काजल, माहिरा की मासूमियत ने जुनैद का दिल जीत लिया था।
🕌 नमाज़ के बाद एक नज़र
ईद की नमाज़ के बाद सब एक-दूसरे से गले मिल रहे थे। तभी माहिरा सामने आई। हल्की सी मुस्कान, और कहे बिना बहुत कुछ कह जाने वाली नज़रों ने जुनैद को रोक लिया।
✉️ दिल से लिखा एक खत
दो दिन बाद जुनैद को एक खत मिला। उसमें बस एक लाइन थी —
“कभी-कभी खामोशियाँ सबसे गहरी मोहब्बत बयां करती हैं।”
जुनैद समझ गया कि ये खत उसी का था, जिसने उसके दिल में जगह बना ली थी।
🌌 जादुई पल जो याद बन गए
उस ईद की रात दोनों छत पर मिले। चाँदनी फैली थी और हवा में खुशबू थी। दोनों ने कुछ ज्यादा नहीं कहा, लेकिन जो महसूस किया वो शब्दों से कहीं ज़्यादा था। एक जादू जैसा एहसास — जो रूह को सुकून दे जाए।
🚉 फासले जो रह गए पीछे
माहिरा को अगले ही दिन किसी दूसरे शहर जाना था। आख़िरी बार मिलने आई, कहा —
“कभी लौटूं तो वही चाँदनी हो और वही ख़ामोशी, ताकि फिर से सब जी सकें।”
जुनैद ने मुस्कुरा कर सिर हिला दिया, आँसू छिपा लिए।
🕊️ अधूरी मोहब्बत का भी रंग होता है
वो ईद, वो चाँद, और वो चुपचाप मोहब्बत आज भी जुनैद के दिल में जिंदा है। कभी-कभी अधूरी कहानियाँ भी पूरी ज़िंदगी बन जाती हैं। जुनैद ने प्यार को कभी अलविदा नहीं कहा, उसने उसे एहसासों में संजो लिया।
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❤️ जब जुदाई भी मोहब्बत का हिस्सा बन जाए
हर ईद जुनैद को वही रात याद दिलाती है — जब बिना कहे सब कुछ कह दिया गया था। शायद यही तो होता है सच्चा इश्क़, जो जादू बनकर रूह को छू जाए और हर साल ईद को फिर से खास बना दे।