तुलसी का पौधा घर की पवित्रता और स्वास्थ्य का प्रतीक होता है, लेकिन कई बार इसके पौधे की ठीक तरह से देखभाल करने पर भी यह सूखा या पीला पड़ने लगता है। ऐसे में एक खास प्लांट फूड स्टिक तुलसी के पौधे को फिर से हरा-भरा और घना बना सकती है। इस जैविक स्टिक में मौजूद पोषक तत्व पौधे की जड़ों तक धीरे-धीरे पहुंचते हैं, जिससे तुलसी की ग्रोथ तेज हो जाती है और पत्तियां नई और चमकदार निकलती हैं। यह स्टिक मार्केट में खाद की दुकान पर आसानी से मिल जाती है और इसका उपयोग बेहद आसान होता है। इस लेख में हम जानेंगे इस चमत्कारी स्टिक का नाम, उपयोग करने का तरीका और इससे मिलने वाले फायदे ताकि आपका तुलसी का पौधा दिखे lush, green और divine।
तुलसी की ग्रोथ क्यों रुक जाती है
बहुत से लोग तुलसी के पौधे की हर रोज देखभाल करते हैं, लेकिन फिर भी पौधा कमजोर या पतला ही दिखता है। इसकी सबसे बड़ी वजह होती है मिट्टी में पोषण की कमी। अगर पौधे को सही मात्रा में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे तत्व नहीं मिलते, तो वह सही से बढ़ नहीं पाता। तुलसी को लगातार और संतुलित पोषण देने के लिए एक slow-release organic प्लांट फूड स्टिक का इस्तेमाल करना सबसे बेहतर तरीका है।
क्या है ये चमत्कारी प्लांट फूड स्टिक
यह स्टिक एक जैविक खाद होती है जो मिट्टी में जाकर धीरे-धीरे घुलती है और पौधे को आवश्यक पोषक तत्व देती है। इसमें मोजूद मिनरल्स और बायो एक्टिव तत्व तुलसी की ग्रोथ, पत्तियों की संख्या, रंग और खुशबू को बढ़ावा देते हैं। यह पौधे की जड़ों को भी मज़बूत बनाती है। इस स्टिक को आप अपने नजदीकी नर्सरी या खाद की दुकान से खरीद सकते हैं।
कैसे करें इसका सही उपयोग

इस स्टिक को इस्तेमाल करना बेहद आसान है। तुलसी के गमले में हल्के से मिट्टी हटाकर स्टिक को 1–2 इंच गहराई तक दबा दें। फिर मिट्टी को हल्का-सा दबाकर पानी दे दें। यह स्टिक अगले 60 दिनों तक पौधे को धीरे-धीरे पोषक तत्व देती रहेगी। आपको बार-बार खाद देने की जरूरत नहीं होगी। अगर आप gardening में natural तरीकों से lush results पाना चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट पर जाएं और और भी उपयोगी जैविक उत्पाद जानें।
क्या-क्या फायदे मिलते हैं इस स्टिक से
- तुलसी की पत्तियां बड़ी, हरी और घनी होती हैं
- पौधा जल्दी नई शाखाएं और पत्तियां निकालता है
- मिट्टी की उर्वरता बेहतर होती है
- पौधे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- साल भर तुलसी healthy और divine दिखती है










