कच्चा पपीता सेहत का खजाना है, जो पाचन सुधारने से लेकर त्वचा को निखारने तक काम आता है। अगर आप भी इसे अपने घर पर उगाना चाहते हैं, तो यह बेहद आसान है। बस आपको सही गमला, उपयुक्त मिट्टी और थोड़ा धैर्य रखना होगा। गमले में उगाया गया पपीता न केवल ऑर्गेनिक और ताजा होता है, बल्कि इसमें बाजार के पपीते जैसी गंध या रसायन भी नहीं होते। इस लेख में हम बताएंगे वो जरूरी स्टेप्स जिनसे आप घर पर ही हेल्दी और स्वादिष्ट कच्चा पपीता उगा सकते हैं।
गमले का आकार और सही लोकेशन चुनें

पपीते की जड़ें गहरी फैलती हैं, इसलिए कम से कम 18-24 इंच का बड़ा गमला चुनें। गमले में नीचे ड्रेनेज होल होना जरूरी है ताकि पानी जमा न हो। इसे बालकनी या छत जैसी जगह पर रखें जहाँ भरपूर धूप मिले। याद रखें, ज्यादा छांव में पपीता सही से नहीं बढ़ता।
मिट्टी और खाद का संतुलित मिश्रण बनाएं
मिट्टी का मिश्रण पौधे की ग्रोथ के लिए बेहद जरूरी होता है। इसके लिए 2 भाग बागवानी मिट्टी, 1 भाग रेत और 1 भाग गोबर खाद मिलाएं। इससे नमी और पोषण दोनों सही मात्रा में मिलते हैं। हर 15 दिन में वर्मी कम्पोस्ट डालना अच्छा रहेगा।
पपीते के बीज को तैयार करें और लगाएं
पपीते के बीज ताजे पपीते से निकालकर धो लें और 2 दिन गीले कपड़े में लपेट दें। जब हल्का अंकुरण हो जाए, तब उन्हें मिट्टी में 1 इंच गहराई पर बोएं। बीज मार्च से जून या सितंबर-अक्टूबर में लगाना सबसे अच्छा होता है।
देखभाल करें और पौधे की बढ़त पर ध्यान दें
पौधे को सप्ताह में 2-3 बार पानी दें और रोजाना 6-8 घंटे धूप में रखें। सूखी पत्तियां हटाते रहें और जरूरत अनुसार जैविक खाद मिलाते रहें। लगभग 6-8 महीने में फूल आ जाते हैं और फिर फल बनने लगता है।
ताजगी से भरपूर, सेहतमंद पपीते का लाभ लें
घर पर उगाया गया पपीता रसायन रहित और ज्यादा पौष्टिक होता है। यह पाचन सुधारता है, त्वचा को साफ करता है और इम्यूनिटी भी बढ़ाता है। अधिक जानकारी के लिए हमारी होम गार्डनिंग गाइड जरूर पढ़ें।