शहरों में रहते हुए ताजगी भरी सब्ज़ी उगाना अब मुश्किल नहीं रहा। मूली एक ऐसी सब्ज़ी है जिसे आप अपनी बालकनी या छत पर गमले में आसानी से उगा सकते हैं। इसका स्वाद जितना लाजवाब होता है, सेहत के लिए भी उतनी ही फायदेमंद है। मूली पाचन में सुधार करती है, शरीर को डिटॉक्स करती है और वजन घटाने में भी मददगार है। अगर आप ताजी और शुद्ध मूली खाना चाहते हैं, तो गमले में इसे उगाने का यह तरीका अपनाएं। इस लेख में हम आपको step-by-step बताएंगे कि कैसे घर बैठे आप खेत जैसी स्वादिष्ट मूली पा सकते हैं – बिना किसी केमिकल के।
मूली के लिए सही मौसम का चयन करें

मूली ठंड के मौसम में सबसे अच्छी उगती है। अक्टूबर से जनवरी के बीच इसका बीजारोपण करें। गर्मियों में यह जल्दी बीज छोड़ देती है जिससे स्वाद बिगड़ सकता है। ठंड में यह कुरकुरी, स्वादिष्ट और कम कड़वी होती है।
गमले की गहराई होनी चाहिए पर्याप्त
मूली की जड़ें लंबी होती हैं, इसलिए कम से कम 12 इंच गहरा गमला चुनें। प्लास्टिक, मिट्टी या सीमेंट का गमला चलेगा लेकिन नीचे से ड्रेनेज हो ज़रूरी है। इससे पानी जमा नहीं होगा और जड़ें अच्छे से बढ़ेंगी।
मिट्टी तैयार करें पौष्टिक मिश्रण से
मिट्टी में 60% गार्डन सॉयल, 20% गोबर की खाद और 20% रेत मिलाएं। यह मिश्रण नमी को बनाए रखता है और जड़ों को फैलने में मदद करता है। बीज 1 इंच गहराई पर बोएं और ऊपर हल्की मिट्टी छिड़कें।
रोजाना हल्का पानी और थोड़ी धूप जरूरी
मिट्टी को नम रखें लेकिन जलभराव से बचें। गमले को ऐसी जगह रखें जहां रोज 4-5 घंटे की धूप मिले। धूप मूली को सफेद और स्वादिष्ट बनाती है।
कब करें कटाई, पहचानें सही समय
35 से 50 दिनों में मूली तैयार हो जाती है। जब जड़ मिट्टी से बाहर दिखने लगे और साइज 6-8 इंच हो जाए, तब धीरे से मिट्टी हटाकर निकालें। तुरंत धोकर उपयोग करें।
सेहत के लिए फायदेमंद मूली के फायदे
गमले में उगाई मूली 100% ऑर्गेनिक होती है। यह लिवर को साफ करती है, गैस और कब्ज की समस्या में राहत देती है। अगर आपको किचन गार्डनिंग पसंद है तो इस लेख को ज़रूर पढ़ें। Home & गार्डन Tips










