अब बथुआ सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं रहा, जनाब! इसे अब आप अपने घर की बालकनी या छत पर रखे छोटे से गमले में भी उगा सकते हैं। यह सर्दियों की सबसे हेल्दी और देसी हरी सब्जियों में गिनी जाती है, जिसे पराठों से लेकर रायते तक में बड़े चाव से खाया जाता है। बथुआ सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि आयरन, फाइबर और कैल्शियम से भी भरपूर होता है, जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है। अच्छी बात यह है कि इसे उगाना भी बहुत आसान है—ना खेत चाहिए, ना बड़ा गार्डन। तो अगर आप ताजगी, स्वाद और सेहत की तिकड़ी चाहते हैं, तो इस बार बथुआ को अपने घर के गमले में जरूर जगह दें। आइए, जानते हैं इसका आसान तरीका और गजब के फायदे।
सिर्फ गमला और मिट्टी से करिए बथुआ की शुरुआत

Bathaue उगाने के लिए आपको किसी महंगे सेटअप की ज़रूरत नहीं। एक 8-10 इंच गहरा गमला लें और उसमें 60% मिट्टी + 40% गोबर की खाद मिलाएं। बथुए के बीज सतह पर छिड़कें, ऊपर हल्की मिट्टी डालें और स्प्रे से पानी दें। 7 दिनों में अंकुर निकलेंगे और लगभग 25-30 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाएगा। बस धूप और नमी का ध्यान रखें।
बथुआ खाने से मिलते हैं ढेरों चमत्कारी फायदे
बथुआ न सिर्फ फाइबर से भरपूर होता है बल्कि यह शरीर को डिटॉक्स भी करता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, और फॉस्फोरस जैसे मिनरल्स होते हैं, जो खून की कमी, हड्डियों की कमजोरी और कब्ज में बेहद फायदेमंद हैं। इसका नियमित सेवन पाचन बेहतर करता है और स्किन को भी ग्लोइंग बनाता है।
देसी स्वाद के लिए बथुए का पराठा बनाएं
बथुए का पराठा देसी ठाठ की पहचान है। इसे आटे में मिलाकर गूंधें, मसाले मिलाएं और घी में सेंकें। साथ में दही या मट्ठा परोसें—बिलकुल गांव का स्वाद घर बैठे। बथुआ रायते और सूप में भी डाला जा सकता है, जिससे आपकी थाली और हेल्दी बन जाती है।
छोटे किचन गार्डन के लिए सबसे सही विकल्प
गमले में बथुआ उगाने से न सिर्फ हरियाली बढ़ती है बल्कि आपका किचन भी ऑर्गेनिक बनता है। रोज़ाना ताजे पत्तों का उपयोग आपके परिवार की सेहत में चार चांद लगा देता है। बथुआ रखिए, हेल्दी रहिए!
कहां से खरीदें बथुआ बीज और उगाने की गाइड
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